डाक विभाग डिजिटल होने जा रहा है। IT 2.0 के तहत एटीपी एप्लिकेशन शुरू की जा रही है जिससे ग्राहक क्यूआर कोड से भुगतान कर सकेंगे। पोस्टमैन GPS से वितरण करेंगे और OTP आधारित डिलीवरी होगी। डाकघर में यह सुविधा शुरू होगी जिससे ग्राहकों और कर्मचारियों दोनों को लाभ होगा।

डिजिटल युग में डाक विभाग को स्मार्ट बनाया जा रहा है। इसके तहत IT 2.0 के तहत ATP (उन्नत डाक प्रौद्योगिकी) एप्लीकेशन की शुरुआत की जा रही है। ग्राहक क्यूआर कोड के माध्यम से डिजिटल भुगतान कर सकेंगे।
पोस्टमैन जीपीएस सुविधा के साथ वितरण कार्य करेंगे, ओटीपी आधारित वितरण कार्य होंगे, ग्राहक ऐप के माध्यम से डाक सेवाओं की प्रयोग कर सकेंगे, लेनदेन को सुरक्षित बनाने के लिए भी क्यूआर कोड का उपयोग होगा।

Digital India -कैशलेस इंडिया के तहत डाकघरों में ग्राहकों को बेहतर सुविधाएं देने तथा उनको आधुनिक बनाने के लिए एटीपी यानी उन्नत डाक प्रौद्योगिकी की शुरूआत की जा रही है।
एटीपी एप्लीकेशन को ग्राहकों के अनुकूल बनाने के साथ बेहतर व तेज सेवाओं के लिए डिजायन किया गया है। यह एप्लीकेशन डाक विभाग को आधुनिक बनाने और ग्राहकों को बेहतर अनुभव प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
GPS पर आधारित वितरण प्रणाली तो PMA से भी हो रही थी
Good
Rural mein otp system nahi chal payega
विभाग अगर कर रहा है तो मैं तो पॉजिटिव हूं अपनी ड्यूटी को लेकर ,मुझे विभाग की नीति ओर नियम कायदे पर कोई टिप्पणी नहीं करनी,विभाग जैसा बनाना चाहता है ,बनेंगे और ईमानदारी से भी अपना काम करेंगे,देश की विकाश दर को जैसे भी आगे बढ़ाया जाए,हम साथ है , मैं यही कहूंगा कि ,स्वयं से पहले सेवा,,डाक विभाग की जय हो,
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Transperency Work Customer Gds Postman Ko Blame Nahi Kar Sakta After Delievery
Good
Yah gds ke liye shrap hai
R by yh